Top 50+ Ghalib Shayari in Hindi | ग़ालिब की शायरी हिंदी में |
Ghalib Shayari in Hindi: Hello, friends welcome back to EnglishToHindis website. Today, on this blog we will explain Mirza Ghalib Shayari. Let’s know something about Mirza Ghalib briefly in Hindi;
मिर्ज़ा ग़ालिब के जीवन में उनकी पत्नी उमराव बेगम का महत्वपूर्ण स्थान था, लेकिन उनकी पसंदीदा महिला के रूप में उन्होंने अपने कई लेखन में अपनी मुहब्बत और भावनाएं व्यक्त की हैं। मिर्ज़ा ग़ालिब का जीवन बहुत ही रंगीन और रहस्यमय था, और उनके दिल में कई महिलाएं आईं और गईं, लेकिन उन्होंने कभी भी किसी एक महिला का नाम विशेष रूप से उल्लेख नहीं किया जो उनकी सबसे प्रिय रही हो।
हालांकि, मिर्ज़ा ग़ालिब की शायरी और ग़ज़लों में प्रेम और मुहब्बत का जिक्र बहुतायत में मिलता है, जिससे पता चलता है कि उन्होंने अपनी मुहब्बत को बहुत गहराई से महसूस किया और उसे अपने लेखन में उतारा। मिर्जा गालिब की दर्द भरी शायरी में उनकी भावनाओं की गहराई और उनकी प्रिय महिला के प्रति उनके प्रेम का इज़हार स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
Mirza Ghalib Shayari in Hindi (मिर्ज़ा ग़ालिब की शायरी हिंदी में)
दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गई,
दोनों को इक अदाः में रज़ामंद कर गई।
बाज़ीचा-ए-अत्फ़ाल है दुनिया मेरे आगे,
होता है शबो-रोज़ तमाशा मेरे आगे।
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हम को उनसे वफ़ा की है उम्मीद,
जो नहीं जानते वफ़ा क्या है।
न था कुछ तो ख़ुदा था, कुछ न होता तो ख़ुदा होता,
डुबोया मुझ को होने ने, न होता मैं तो क्या होता।
हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन,
दिल के ख़ुश रखने को ‘ग़ालिब’ ये ख़याल अच्छा है।
इशरत-ए-क़तर है दरिया में फ़ना हो जाना,
दर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जाना।
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2 Line Mirza Ghalib Ki Shayari in Hindi (ग़ालिब की शायरी हिंदी में)
वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है,
कभी हम उनको कभी अपने घर को देखते हैं।
आह को चाहिए एक उम्र असर होते तक,
कौन जीता है तेरी ज़ुल्फ़ के सर होते तक।
मौत का एक दिन मुअय्यन है,
नींद क्यों रात भर नहीं आती।
ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता,
अगर और जीते रहते, यही इंतिज़ार होता।
हज़ारों शेर मेरे सो गये, काग़ज़ की क़ब्र में,
अजब इक मय्यत-ए-ग़ालिब, तिरे दीवान में निकली।
दर्द मिन्नत-कश-ए-दवा न हुआ,
मैं न अच्छा हुआ, बुरा न हुआ।
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Last words on Ghalib Shayari in Hindi (मिर्ज़ा ग़ालिब की शायरी हिंदी में)
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